Good News Moody raises : सोमवार को 2024 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.1% से बढ़कर 6.8% तक कर दिया गया है| जबकि दिसंबर तक 3 महीनों में भारत की आर्थिक वृद्धि अधिकांश अनुमानों से कहीं अधिक रही| रेटिंग एजेंसी मूडीज ने सोमवार को भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ा दिया है| राइटर्स ने दो सरकारी अफसर के हवाले से बताया कि जीडीपी ग्रोथ में बढ़ोतरी का कारण प्रमुख सब्सिडी में भारी गिरावट थी, अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था ने उड़ान भरी है और इस अवधि में जीडीपी ग्रोथ 8.4% तक बढ़ी है|
यह डेढ़ साल में इसकी तेज गति देखी गई है और राइटर्स द्वारा सर्वे किए गए एक अर्थशास्त्रियों के अनुमान 6.6% से कहीं अधिक है हालांकि GVA में 6.5% की वृद्धि देखी गई है| GVA मे अर्थव्यवस्था में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य का एक माप है और इसमें इनडायरेक्ट टैक्स और सब्सिडी शामिल नहीं है| GVA के कम होने के कारण अर्थशास्त्रियों को यह कहने के लिए मौका मिल गया की जीडीपी डाटा ने ग्रोथ के ट्रेंड को बढ़ा चढ़ा कर बताया है|
एक सीनियर अफसर ने शुक्रवार को कहा अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में जीडीपी और जीवीए के बीच व्यापक अंतर मुख्य रूप से उस तिमाही में सब्सिडी में तेज गिरावट के कारण था, इसका मुख्य कारण यूरिया जैसे उर्वरक सब्सिडी पर कम पेमेंट था| सिटी अर्थशास्त्री समीरन चक्रवर्ती के हवाले से एक नोट में कहा कि जीविए के साथ बड़े अंतर एग्रीकल्चर एक्टिविटी में गिरावट और टू पेस्ड ग्रोथ ( निवेश खपत से कहीं अधिक ) को देखते हुए उपरोक्त 8% वास्तविक जीडीपी प्रिंट को सावधानी के साथ पढ़ा जाना चाहिए |
Good News Moody raises : क्या कहा अर्थशास्त्री ने?
एक्सिस बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री नीलकंठ मिश्रा ने कहा कि यह अंतर 10 साल के उच्चतम स्तर पर है| उम्मीद नहीं है कि यह जारी रहेगा और अगले वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था 6.5% की दर से बढ़ेगी| 2024 को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी की ग्रोथ 7.6 प्रतिशत अनुमानित है|
पीएम मोदी हुए गदगद:
जीडीपी के नए आंकड़ों पर प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी रिएक्ट किया है पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट में लिखा कि वित्त वर्ष 2023 और 24 की तीसरी तिमाही में 8.4% की मजबूत जीडीपी वृद्धि व भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत और हमारी क्षमता को दिखाती है| हमारे प्रयास तेज आर्थिक विकास लाने के लिए जारी रहेंगे, इससे 140 करोड़ भारतीयों को बेहतर जीवन जीने और एक विकसित भारत बनाने में मदद मिलेगी|
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बताया कि भारत में आठ कोर सेक्टर का विकास दर जनवरी में सालाना आधार पर 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई, इस महीने में विकास दर 3.6% की रही दिसंबर 2023 में सूचकांक 4.2 फ़ीसदी और जनवरी 2023 में 9.7 फ़ीसदी की दर से बड़ा था| सरकारी बयान के मुताबिक कोर सेक्टर के कोयला स्टील सीमेंट प्राकृतिक गैस बिजली और कच्चे तेल के उत्पादन में पॉजिटिव ग्रोथ दर्ज की गई है |
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